लवलीना बोरगोहेन ने रजत पदक जीता© बीएफआई
ओलंपिक पदक विजेता भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने चेक गणराज्य में आयोजित ग्रैंड प्रिक्स 2024 प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया। प्रतियोगिता के अंतिम दिन शनिवार को लवलीना को चीन की ली कियान के खिलाफ अपने तीसरे मुकाबले में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। यह प्रतियोगिता 12 से 15 जून तक राउंड-रॉबिन प्रारूप में आयोजित की गई थी। लवलीना ने अपना पहला मुकाबला इंग्लैंड की चैंटल रीड के खिलाफ 3-2 से जीता, लेकिन ओलंपिक रिफ्यूजी टीम की सिंडी नगाम्बा के खिलाफ दूसरे मुकाबले में 0-5 से हार गईं। लवलीना 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होने वाले पेरिस 2024 ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली मुक्केबाजों में से एक होंगी।
उन्होंने 2020 टोक्यो ओलंपिक में वेल्टरवेट वर्ग में कांस्य पदक जीता था।
भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए मुक्केबाजी में अमित पंघाल (51 किग्रा), निशांत देव (71 किग्रा), निखत ज़रीन (50 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा), जैस्मीन लाम्बोरिया (57 किग्रा), लवलीना बोरगोहिन (75 किग्रा) के साथ विभिन्न श्रेणियों में छह कोटा हासिल किए।
टोक्यो 2020 की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहिन (महिला 75 किग्रा), दो बार की विश्व चैंपियन निखत ज़रीन (महिला 50 किग्रा) और प्रीति पवार (महिला 54 किग्रा) ने पिछले साल हांग्जो में एशियाई खेलों में अपने-अपने कोटे हासिल किए थे।
भारत के बाकी तीन कोटा जून में बॉक्सिंग वर्ल्ड क्वालीफायर इवेंट के दौरान आए थे। अमित, निशांत और जैस्मीन ने अपने-अपने भार वर्ग में क्वार्टर फाइनल मुकाबले जीतकर कोटा हासिल किया।
ओलंपिक में भारत की नज़र 2020 टोक्यो ओलंपिक में हासिल किए गए एक स्वर्ण सहित सात पदकों की अपनी सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ संख्या को पार करने पर होगी। पैरालिंपिक में भारत का लक्ष्य टोक्यो में 2020 संस्करण में हासिल किए गए पाँच स्वर्ण सहित 19 पदकों की अपनी सर्वश्रेष्ठ संख्या को पार करना होगा।
(यह कहानी एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः उत्पन्न होती है।)
इस लेख में उल्लिखित विषय
lovlina-borgohain-secures-silver-medal-in-grand-prix-2024-competition-boxing-news